Heart Attack Se Kaise Bache Symptoms Aur Causes Hindi Me

Heart Attack Se Kaise Bache 

Heart Attack Se Kaise Bache, Heart Attack Hone Par Kya Kare, Heart Attack Ke Karan (Heart Attack Causes) Heart Attack Causes And Prevension ! आज हम बात करेंगे एक ऐसे गंभीर समस्या के बारे में जो धीरे – धीरे मनुष्य को अपने चपेट में ले रहा हैं जिसे हम दिल का दौरा या जिसे हम Heart Attack के नाम से भी जानते हैं।

हमारे शरीर का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग दिल होता हैं जिसे हम Heart कहते हैं। यह हार्ट धड़कने के साथ ही हमारे शरीर के रक्त संचार को सुचारु से चलाने का मुख्य कार्य करते हैं।

अगर आप भी दिल के मरीज हैं या आपके फॅमिली में कोई हैं तो यह जानकारी आपके बहुत काम आने वाला हैं। इस मॉडर्न युग में कब क्या हो जाये कुछ भी बोल नहीं सकते।

Heart Attack Se Kaise Bache

आज दुनियाँ इतनी तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ रहा हैं की आज लोग अपने हेल्थ पर ठीक से ध्यान ही नहीं रख रहें हैं। लोग अपने खान – पान को लेकर पूरी तरह लापरवाह हो गए।

जो मिला उसका सेवन कर लेते हैं ये जाने बिना भी की वह स्वास्थ के लिए अच्छा हैं या नहीं। दूसरे ओर जैसे – जैसे दुनियाँ एडवांस हो रहीं हैं लक्ज़री चीज़ो का डिमांड बढ़ा हैं। जिस वजह से लोग बहुत ज्यादा आलसी हो गए हैं।

अर्थात शारीरिक गतिविधियाँ या व्यायाम पूरी तरह बंद हो चूका हैं। नतीजा यह रहा हैं की आज बड़े उम्र के साथ – साथ कम उम्र के लोगो में भी हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो रहें हैं, और अचानक मृत्यु का शिकार हो रहें हैं।

इसका सबसे बढ़ा कारण Heart Attack से संबधित जानकारी नहीं होना हैं। इसलिए आज हम जानेगे Heart Attack Se Kaise Bache, Heart Attack Ke Karan (Heart Attack Causes) हार्ट अटैक के लक्षण (Heart Attack Ke Symptoms), हार्ट अटैक के घरेलु उपचार Heart Attack Treatment In Hindi आदि के बारे में विस्तार से।

हार्ट अटैक क्या हैं (What Is Heart Attack In Hindi)

दिल का दौरा पड़ने को अंग्रेजी में Heart Attack कहा जाता हैं जिसे हिन्दी में हृदयघात भी कहते हैं। सामान्यता जब ऑक्सीजन युक्त रक्त का संचार दिल तक किसी कारण से नहीं पहुँच पाता तो उसे हार्ट अटैक कहते हैं।

हार्ट अटैक आने का मुख्य कारण दिल को ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुचांव वाली धमनियों में वसा, कॉलेस्ट्रॉल एवं अन्य हानिकारक चिपचिपा पदार्थो के आवरण बन जाने के कारण होता हैं। जिससे कारण ह्रदय को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीज़न नहीं मिल पाता हैं।

जिससे ह्रदय की मांसपेसियों में विपरीत प्रभाव पड़ते हैं वे नष्ट होने लगते हैं। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो धमनियों में ब्लॉकेज बढ़ता चला जायेगा जो हार्ट फैलियर का कारण बनता हैं।

अगर आप अपने आहार में स्वास्थवर्धक पौष्टिक आहार शामिल नहीं करते हैं और व्यायाम भी नहीं करते हैं तो आपका हार्ट कमजोर होने लगेगा। जिससे आपके heart Attack के चांस बढ़ जायेंगे।

  हार्ट अटैक के प्रकार (Types Of Heart Attack)

1. ST. Segment Elevation Myocardial Infarction (STEMI) : इस प्रकार के हार्ट अटैक में छाती के बीच में एक हल्का सा दर्द महसूस हैं। साथ ही गले, जबड़े, बाहों और पीट में भी दबाब और जकड़न सा महसूस होने लगने लगता हैं।

2. Non ST. Segment Elevation Myocardial Infarction (NSTEMI) : इस प्रकार के हार्ट अटैक में दिल तक खून पहुंचाने वाली धमनिया आंशिक रूप से अवरुद्ध हो जाता हैं और ऑक्सीज़न युक्त रक्त का संचार दिल तक नहीं पहुँच पाता हैं।

3. Coronary Spasm : इस प्रकार के हार्ट अटैक में भी जबड़े, छाती, पीट में दबाब एवं जकड़न सिर्फ कुछ समय के लिए महसूस होता हैं। इसलिए ज्यादातर लोग इसे नज़र अंदाज़ कर देते हैं, वैसे तो इससे ज्यादा कोई नुकसान नहीं पर समय – समय पर इस प्रकार का अटैक आता रहता हैं जो भविष्य चिंता बना रहता हैं।

हार्ट अटैक के लक्षण (Heart Attack Symptoms)

सभी प्रकार के बीमारयों के कुछ लक्षण अवश्य होते हैं उसी प्रकार की हार्ट अटैक के भी लक्षण हैं। जिसे पहचान कर समय रहते ही इसका इलाज करके खुद का और अपने किसी प्रियजन की जान बचा सकते हैं।

हार्ट अटैक के केस में डराने वाली बात यह होता हैं की यह अचानक से आने वाली एक घटना हैं जिसमें कुछ भी हो सकता है। इसलिए आपको हार्ट अटैक के लक्षणो के बारे में अवश्य जानकारी रखना चाहिए जो कुछ इस प्रकार हैं।

1. अचानक से साँस लेने में कठिनाई का आना कुछ मिनट के लिए एक ही स्थिति में ठहर जाना।

2. आपके छाती में एक तेज़ दर्द का उठना हार्ट अटैक के मुख्य लक्ष ण से एक हैं इसके साथ ही बाहों, गले, पीट में दबाव एवं अकड़न का महसूस होना हैं।

3. अचानक से बेचैनी महसूस होना, उल्टी होना,  दर्द या चक्कर का आना भी हार्ट अटैक के लक्षण में से एक हैं।

4. बिना मेहनत किये ही या थोड़े से मेहनत में थकान महसूस होना शरीर से पसीना आना।

5. सीने में जलन उठना, पेट दर्द होना, भय बेवजह चिंता होना भी हार्ट अटैक के सिम्टम्स हैं।

हार्ट अटैक के कारण (Causes Of Heart Attack)

आज के समय में हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या बनता जा रहा हैं जो कई लोगो की जान भी लें लेता हैं। इसलिए आपको हार्ट अटैक क्यों  होता हैं Heart Attack Ke Karan क्या हैं इस बारे में सारी जानकारी रखना अति आवश्यक हैं।

1. हमारे दिल तक ख़ून पहुंचाने वाली कोरोनरी धमनी में वसा, कॉलेस्ट्रॉल और अन्य हानिकारक पदार्थ जमा होने लगते हैं। जिससे धमनी सिकुड़ने लगता हैं इस स्थिति को कोरोनरी धमनी रोग भी कहा जाता हैं।

2. जब किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आता हैं तो धमनी में जमा वसा, कॉलेस्ट्रॉल और अन्य हानिकारक पदार्थ जिसे हम “Plaque” कहते हैं फट जाता हैं। जिससे Plaque में उपस्थित पदार्थ ख़ून में फैलने लगते हैं और जहाँ यह Plaque फटता हैं वहाँ रक्त का थक्का (Blood Clot) बन जाता हैं।

जो धीरे – धीरे बढ़ने लगता है जिससे ह्रदय तक रक्त संचार में बाधा आने लगता हैं। दुनिया में अधिकांश दिल का दौरा मुख्यता इसी कारण से होता हैं जिसमें ज्यादातर लोगो की मौत जाता हैं।

3. हार्ट अटैक आने का एक अन्य कारण नशीले पदार्थो का सेवन से भी होता हैं जैसे तंबाकू, धूम्रपान, गाँजा, शराब इत्यादि। इन नशीले पदार्थो के सेवन से कोरोनरी धमनी में ऐंठन आने लगता हैं। जिससे ह्रदय की मांसपेसियों तक पहुंचाने वाला रक्त प्रभाव अवरुद्ध होने लगता हैं।

4. अगर आप अत्यधिक मात्रा में जंग फूड्स, कोल्ड्रिंक, मीठा इनका सेवन करते हैं तो फ्यूचर में यह आपके शरीर को नुकसान पहुँचाने  के साथ हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ाता हैं।

5. शरीर का मोटापा भी हार्ट अटैक का एक कारण बनता हैं।

हार्ट अटैक से कैसे बचें (Prevension Of Heart Attack In Hindi)

हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका हैं इसके बारे में पूरी जानकारी रखना। तथा इस हार्ट अटैक से बचने लिए घरेलु उपाय के बारे में जानकारी रखना जिससे आप खुद अपना और अपने प्रिय जन का ख्याल रख सके।

Heart Attack Se Bachne Ke Tarike Or Heart Attack Se Bachne Ke Upay  

1. अगर आप हार्ट अटैक से बचना चाहते हैं, दिल को हमेशा स्वस्थ रखें और लम्बी आयु प्राप्त करना चाहते हैं। तो सबसे पहले आपको अपने आहार में एक संतुलित और पोषक युक्त आहार को शामिल करना होगा। जिसे कड़ाई से पालन भी करना होगा इससे आपका दिल, दिमाग और शरीर हमेशा स्वस्थ रहेगा।

2. दिल के दौरे से बचने का दूसरा सबसे अच्छा तरीका हैं नियमित एक्सरसाइज करना। खास तौर पर कार्डिओ एक्सरसाइज, इसके लिए आप हर दिन 15 मिनट से 30 मिनट तक दौड़े, रस्सी कूदे, सीढ़ी से चढ़े फिर उतरे।

अगर आप यह सब नहीं करना चाहते तो आप डांस या किसी प्रकार आउट डोर गेम भी खेल सकते हैं इससे आपका शरीर और हार्ट स्वस्थ रहेगा।

3. आप अपने शरीर का वजन हमेशा कण्ट्रोल में रखें कभी भी खुद को ओवरवेट न होने दें।

4. अगर आपको किसी प्रकार की बीमारी हो जैसे की हाई बीपी, खून में हाई कॉलेस्ट्रॉल, डॉयबिटीज़ हैं। तो आप  हमेशा इसे कण्ट्रोल में रखें नियमित डॉक्टरी दवाओं का सेवन करें।

5. आप ज्यादा तनाव और चिंता न लें ज्यादा चिंता और अत्यधिक तनाव के कारण भी अटैक की संभावना बना रहता हैं।

6. ज्यादा तैलीय भोजन या तला हुआ खाद्य पदार्थ न खाएं।

7. ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन न करें खासतौर पर ऊपर से एक्स्ट्रा नमक डाल कर खाने की आदत को बंद करना होगा।

हार्ट अटैक का इलाज (Heart Attack Treatment In Hindi)

 1. एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) : –  इस प्रकार के ट्रीटमेंट में बैलून का इस्तेमाल कर प्लाक को हटा कर अवरुद्ध धमनी को खोला जाता हैं।

2. बाईपास सर्जरी (Bypass Surgery) :- यह  एक प्रकार का शल्य चिकित्सा हैं जिसमें सर्जरी के माध्यम से धमनी में बाधित थक्का या प्लाक को हटाया जाता हैं। जिससे रक्त संचार को सुचारु रूप से ह्रदय की माँसपेसियो तक पहुँचाया जा सकें।

3. पेसमेकर सर्जरी (Pacemaker Surgery) :- जब दिल की धड़कन अनियंत्रित हो जाये तो उसे नियंत्रित करने के लिए पेसमेकर का इस्तेमाल किया जाता हैं। यह एक प्रकार छोटा सा यंत्र होता हैं जिसे शरीर के अन्दर और हार्ट से जोड़ कर लगाया जाता हैं।

4. ह्रदय प्रत्यारोपण (Heart Transplant) :- इस प्रकार का ट्रीटमेंट सामान्यता तब दिया जाता हैं जब व्यक्ति का दिल बहुत गंभीर स्तिथि में हो। यह तब होता हैं जब मरीज को पहले भी गंभीर हार्ट अटैक आ चुके हो।

जिसकी वजह से ह्रदय के उत्तक पूरी तरह से नष्ट हो गए हो ऐसी स्थिति में ह्रदय प्रत्यारोपण ही मात्रा इलाज होता हैं।

5. हार्ट वॉल्व सर्जरी (Heart Volve Surgery) :- इसके नाम से पता चलता हैं की हार्ट के जिस वॉल्व में रिसाव होता हैं उस वॉल्व को बदलने के लिए सर्जरी किया जाता हैं।

ध्यान रखने योग्य कुछ महत्त्वपूर्ण बातें 

1. हार्ट अटैक सामान्यता 45 वर्ष के आयु के बाद ज्यादा देखने मिलता हैं। इसलिए 45 के  बाद आपको केवल हेल्थी फूड्स का ज्यादा सेवन करना चाहिए और नियमित व्यायाम करना शुरू कर देना चाहिए।

2. 45 वर्ष  के उम्र  के बाद नशीले पदार्थ जैसे तंबाकू, सिगरेट, शराब का सेवन न करें न ही ऐसे लोगो के संपर्क में   रहे।

3. हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह के मरीज को ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत हैं, क्योंकि इन्हें हार्ट अटैक की संभावना अन्य से ज्यादा होती हैं।

4. आलस  छोड़ कर नियमित एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी को अपने जीवन का एक हिस्सा बना लें।

5. अगर परिवार के किसी बड़े सदस्य का पहले हार्ट से सम्बंधित कोई बीमारी हार्ट अटैक था तो इसकी संभावना हैं की आपको भी हार्ट अटैक हो सकता हैं।

निष्कर्ष 
इस तरह आज आपने जाना की Heart Attack Se Kaise Bache, Heart Attack Hone Par Kya Kare, Heart Attack Ke Karan, Heart Attack Causes And Prevension in Hindi!

उम्मीद करता हूँ की आप सभी को हमारी यह Heart Attack Se Kaise Bache जानकारी अच्छा लगा होगा। आपको यह जानकारी कैसा लगा नीचे कमेंट में जरूर बताये।

साथ ही इस जानकारी Heart Attack Se Kaise Bache को सोशल मीडिया और दोस्तों में भी शेयर जरूर करें। हमसे जुड़ने के लिए आप हमारे फेसबुक पेज को भी Like कर सकते हैं।
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