पढ़ते समय नींद से कैसे बचे
पढ़ते समय नींद से कैसे बचे पढ़ाई करते समय नींद क्यों आता है Avoid sleep During Study in hindi पढ़ाई के समय नींद आने से कैसे बचे ! क्या पढ़ते समय आपको भी आता है नींद तो जानिए क्यों आता है नींद और इससे कैसे बचे Tips To Avoid Sleep In Hindi।
आज हम एक ऐसे विषय पर बात करेंगे जो खासतौर पर विद्यार्थीओ को बहुत परेशान करता है की पढ़ाई करते समय Neend kyon aati hai।
इस समस्या से करीब – करीब सभी विद्यार्थी को सामना करना पड़ता है, कुछ तो इस समस्या से उभर जाते हैं पर ज्यादातर इससे उभर नहीं पाते नतीजा यह होता हैं की परीक्षा का परिणाम ख़राब हो जाता हैं।
इससे न सिर्फ आपके आत्मविश्वाश में कमी आता है बल्कि दोस्तों और परिवार के सामने में शर्मिन्दिगी का सामना करना पड़ता हैं सिर्फ आपके इस ज्यादा नींद आने की बुरी आदत के कारण।
हमने यह पाया है की लड़के व लड़की में अच्छे नंबर से पास होने की काबिलियत होने के बावजूद वह इस पढ़ते समय नींद का आना या अत्यधिक आलस के कारण स्वेछा अनुरूप परिणाम नहीं ला पाते हैं।
यह सब Students के साथ क्यों होता है और इसका सही निवारण क्या है आज हम इसी पर चर्चा करेंगे। जिससे सभी स्टूडेंट्स अपनी क्षमता का पूरा इस्तेमाल करें और परीक्षा में अच्छे अंक से पास करें तो जानते हैं How To Control Sleep In Hindi.
पढ़ाई करते समय नींद क्यों आता है
1. थकावट
- अक्सर हम इस बात पर ध्यान नहीं देते है पर सभी स्टूडेंट्स को इस बात का ध्यान देना चाहिए अगर आप बहुत देर से कुछ काम कर रहे हो स्कूल या कॉलेज से आए हो।
- ऐसे में अगर आप फिर पड़ने के लिए बैठते हो तो आप 15 से 20 मिनट तक तो सब सही रहेगा पर उसके बाद थकावट के कारण आलस आने लगता हैं और फिर नींद हावी होने लगता है और नींद आ जाता है।
- ऐसे में अगर आप नींद को मार कर भी पढ़ाई करते हो तो कुछ फायदा नहीं होने वाला क्योकि आप पड़ेंगे तो जरूर पर वह दिमाग में उतरेगा नहीं।
- थकावट सिर्फ शरीर को ही नहीं होता आपका दिमाग भी थक जाता है जैसे अगर आप बहुत समय से मोबाइल में चैटिंग या वीडियो देख रहे हो।
- तो भी आपके दिमाग में चैटिंग और वीडियो भरना शुरू हो जाता है ऐसे में अगर आप पढ़ने बैठेंगे तो स्वाभाविक है आपका मन पढ़ाई में नहीं लगेगा और आपको पढ़ते समय ही नींद आने लगेगा।
2. गलत पोजीशन
- स्टूडेंट्स जो सबसे बड़ी गलती करते है वह है गलत पोजीशन में बैठ कर पढ़ना अगर आप लेट कर या दीवाल पर कंधे टिका कर या कंधे को झुका कर पड़ते है तो आपको इस आदत को तुरंत ही बदल देना चाहिए।
- यह पढ़ाई के दृष्टि से पढ़ाई करने का बिल्कुल भी सही तरीका नहीं हैं, कई स्टूडेंट को देखा गया है वह शुरुवात में तो ठीक से बैठ कर पढ़ते है पर कुछ देर बाद या तो लेट जाते है या दीवाल से कंधे टिका कर पढ़ना शुरू करते है।
- ऐसा करने से आपका ध्यान भटकता है और वह ऊर्जा नहीं रह पाता जो पढ़ाई के समय होना चाहिए नतीजा यह होता है की आलस होकर नींद आने लगता हैं।
3. अत्यधिक भोजन
- यह उम्र ऐसा होता है जब बच्चे जी भर कर भर पेट खाने में विश्वास रखते हैं ऐसे में जरा सी थकावट हुई या भूख लगी तो वह खाने पर टूट पड़ते हैं जिससे वह जरुरत से खाना खा लेते है।
- जिससे पेट भारी होने लगता हैं जिससे भोजन पचाने में भी ज्यादा समय और ऊर्जा लग जाता हैं। अधिक भोजन करने से मेलाटोनिन नामक हार्मोन का स्राव होने लगता है जो नींद लाने में सहायक होता हैं।
- ज्यादा खाने से उसे पचाने में ज्यादा समय लगता जिससे आलस और फिर समय के साथ भविष्य में मोटापा भी बढ़ने लगता है।
4. विषय में दिलचस्पी न लेना
- स्टूडेंट्स को पढ़ते समय नींद आ जाता है पर ज्यादातर हम देखते है ऐसा तब होता हैं जब स्टूडेंट्स ऐसे सब्जेक्ट को पढ़ते जिसमें उन्हें कुछ खास दिलचस्पी नहीं होता है।
- यह सभी स्टूडेंट्स के लिए अलग अलग विषय हो सकता है जिसकी बुक खोल कर पढ़ने बैठो की नींद आना शुरू हो जाता हैं।
- ऐसा इसलिए होता है क्योकि यहाँ दिमाग और शरीर के बीच सही सामंजस्य नहीं बैठा पाता हैं एक तरफ तो आप पढ़ना चाहते हो पर वही दूसरे ओर आपका दिमाग उसमें दिलचस्पी ही नहीं लेता।
- पर वही दूसरी ओर जब आप अपने पसंदीदा विषय को पढ़ते हो तो आप देखेंगे की आप उसे आसानी से पढ़ भी लेंगे नींद भी नहीं आएगा।
- यहाँ तक कुछ स्टूडेंस्ट अपने पसंदीदा विषय को पूरा दिन पढ़ने पर भी बोर नहीं होते यह भी एक वजह है की पढ़ते समय स्टूडेंट्स को नींद आने लगता हैं।
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1. सही से बैठ कर पढ़ना
- पढ़ते समय नींद से बचने का सबसे पहला तरीका आपका यही होना चाहिए की आप हमेशा चेयर पर बैठ कर पढ़े। अगर आप चेयर में बैठ कर पढ़ने में कोई दिक्कत हो तो सबसे अच्छा होगा आप निचे ज़मीन पर चटाई बिछा कर पढ़े।
- यह पढ़ने का यह सबसे उत्तम तरीका है जो हमारे पूर्वज और ऋषि मुनि द्वारा बताया गया सबसे अच्छा तरीका है जिसका आपके पढ़ने पर बहुत सकारात्मक असर पड़ेगा।
- अगर आप नीचे ज़मीन पर नहीं बैठना चाहते तो कोई बात नहीं आप बिस्तर पर भी बैठ कर पड़ सकते है। पर इस बात का ध्यान दे आप अपने शरीर को दीवाल से या किसी भी चीज़ से टिका कर न बैठे है।
- आप समय – समय पर थोड़ा आराम के तौर पर कर सकते है, इस तरह आप पढ़ते समय नींद की समस्या से छुटकारा पा सकते है।
2. हेल्थी भोजन लें
- पढ़ते समय नींद न आए इसके लिए आप अपने भोजन के क्वालिटी और मात्रा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हेल्थी और शरीर को ऊर्जा देने वाली ही चीज़े खाये और जितना भूख लगे उससे कम ही खाये और रात का खाना तो बिल्कुल हल्का ही करें।
- इससे भोजन को पचाने में आसानी होता हैं और रात को पढ़ाई में भी अच्छा मन लगेगा इससे आपको भारीपन भी नहीं लगेगा और आपका कभी वजन भी नहीं बढ़ेगा।
3. ध्यान लगाए
- जैसा की हमने पहले ही बताया है की यह पढ़ाई करते समय नींद ज्यादातर तब आता हैं जब स्टूडेंट्स को वह विषय पर ज्यादा इंटरेस्ट न हो जिससे वह बोरियत महसूस करने लगता है।
- इसलिए आपको हर विषय के प्रति दिलचस्पी लाना होगा और दिलचस्पी लाने का सबसे अच्छा तरीका यही है की आप उस विषय को ज्यादा से ज्यादा पढ़े।
- उस विषय को गहराई से समझने की कोशिश करे टीचर से ज्यादा से ज्यादा उस विषय से सम्बंधित सवाल करें एक बार इंटरेस्ट जाग गया आपको पड़ते पढ़ते समय नींद की समस्या कभी नहीं आएगा।
4. पूरी नींद लें
- पढ़ते समय नींद आने का एक कारण नींद का पूरा न होना भी होता हैं आज के समय अक्सर स्टूडेंट्स ज्यादा समय मोबाइल पर बिताते है जिससे उनके नींद पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है।
- एक तो उन्हें जल्दी नींद नहीं आता और आता भी है तो नींद पूरी नहीं हो पाता जिसकी वजह से पढ़ते समय नींद आने जैसे समस्या आने लगता हैं।
- कोशिश करें मोबाइल और टीवी देखना एक लिमिट समय तक ही करें और सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल उपयोग करने की जगह बुक पढ़े। इससे आपको जरूर अच्छा नींद आएगा आपने यह तो सुना है न की बुक देखते ही नींद आने लगता है।
5. सक्रीय रखें
- यहाँ सक्रिय रहने का मतलब अपने बॉडी और दिमाग को सामजस्य बैठना है। इसे आप इस प्रकार कर सकते हो जैसे आपको जब भी लगे की आपको नींद आ रहा है या आलस लग रहा है तो आपको लेटना या बैठना बिल्कुल नहीं हैं बल्कि अपनी पसंदीदा गाने में कुछ देर डांस करें।
- यह सुनने में तो जरूर कुछ अटपटा है पर यकीन मानिये इससे आपके पूरी शरीर में रक्त का संचार होने लगेगा जिससे आपका आलस और नींद दोनों गायब हो जायेगा फिर आप अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
6. सुबह पढ़े
- आप सोच रहे होंगे हम यह क्या कर रहे है सबसे ज्यादा नींद तो सुबह ही आता हैं तो ये कैसे होगा क्योंकि ज्यादातर ऐसे स्टूडेंट्स सुबह के जगह रात को पढ़ना पसंद करते हैं।
- ऐसे में इन लोगो को सुबह उठना बहुत मुश्किल होता हैं देखो हम सब जानते है सुबह सबसे ज्यादा नींद आता है पर आपने यह भी सुना ही होगा की सुबह में पढ़ना सबसे अच्छा माना जाता है।
- सुबह का समय पढ़ने के लिए सबसे अच्छा इसलिए है क्योंकि सुबह सबसे ज्यादा शांति होती न सिर्फ आस पास माहौल में बल्कि मन में भी बहुत शांति होता है।
- दिमाग भी इस समय खाली होता है जिससे आप जो पढ़ते हो आसानी से दिमाग में बैठ जाता है। आपको करना बस यह की आप सुबह 5 बजे उठे फ़्रेश हो जाये।
- फिर 10 मिनट बाहर निकल कर हवा ले टहलें फिर आकर चेयर पर बैठ कर एक कप चाय पी कर पढ़े इससे आपको नींद भी नहीं आएगा फ्रेस फील होगा और क्वालिटी पढ़ाई भी हो पायेगा।
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हम आशा करते है की आप सभी को हमारी यह जानकारी पढ़ते समय नींद से कैसे बचे पढ़ाई करते समय नींद क्यों आता है अच्छा लगा होगा, आपको यह जानकारी कैसा लगा नीचे कमेंट में जरूर बताये।
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इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी बहुत ही उपयोगी और महत्व पूर्ण हैं
धन्यवाद रवि जी