Kya Bhagwan Hote Hai
Kya Bhagwan Hote Hai Real Hindi Stories, भगवान होने के सबूत ! बहुत से लोगो के जीवन में कभी न कभी यह सवाल दिमाग में जरूर से आता हैं की क्या भगवान सच में होते हैं। इस सवाल का जवाब सभी लोग जानना चाहते हैं Kya Bhagwan Hote Hai। अधिकांश भगवान पर विश्वास करते हैं पर बहुत कम लोग हैं जो भगवान के होने को महसूस किया हैं।
वजह यह हैं की आज के जनरेशन के युवा पीढ़ी धीरे – धीरे पूरी तरह पाश्चात्य संस्कृति (Western Culture) को अपनाते जा रहें। जो आज की जेनेरशन को पूरी तरह भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक जीवन से दूर करता जा रहा हैं।
बात की जाए हिन्दू धर्म जिसे हम सनातन धर्म भी कहते हैं जिसमें भगवान के होने के कई साक्ष्य हमें मिलते हैं। चाहें वो महाभारत की घटना हो जो श्रीमदभगवत गीता में बताया गया हो जिसके साक्ष्य आज भी मौजूद हैं।
या रामायण में बताया गया वह हर एक घटना चाहें वो लंका हो जिसे आज श्रीलंका देश कहते हैं। या समुद्र में पत्थरो से बनाया गया हज़ारो साल पुराना राम सेतु या कैलाश पर्वत जो करोड़ो वर्ष पहले तक भगवन शिव जी का निवास स्थान माना जाता हैं जिसकी चोटी पर पूरी तरह पहुँचने पर कोई भी सक्षम नहीं हुआ हैं ऐसे न जाने कितने और भी सबूत मौजूद हैं।
आज भी ऐसे कई लोगो का पूरा विस्वास हैं की भगवान होते हैं और उन्होंने इसे महसूस भी किया हैं। आज हमारी यह कहानी भी मेरे दोस्त डॉक्टर संजय के अनुभव पर आधारित एवं स्वयं संजय द्वारा लिखित हैं। आशा करता हूँ आप सभी को पसंद आएगा लेख को पूरा जरूर पढ़े।
मेरे जीवन में माँ का बहुत बड़ा योगदान हैं उनके सानिध्य में मेरा जीवन बिता हैं अभी तक। मैं बचपन से ही माँ की सारी बातें मानता हूँ वे जैसा बोलती थी मैं अक्सर वैसा ही करता था। मेरी माँ बहुत धार्मिक प्रकृति की थी वे पूजा पाठ में बहुत ज्यादा रूचि रखती थी और वे भगवान पर बहुत ज्यादा विश्वाश रखती है।
यही वजह है की मै भी धार्मिक कार्यो और पूजा पाट में रूचि रखता था। मैं बहुत छोटी उम्र से ही भगवन की पूजा करना, उपवास रखना, सुबह नहा कर तुलसी को जल चढ़ाना जैसे कार्य शुरू कर चूका था। यह मेरे जीवन का एक हिस्सा बन चूका था, मुझे भक्ति गीत सुनना बहुत पसंद था जो मुझे सुकून देता था।
मैं माँ के साथ मंदिर जाया करता मंदिर में भगवान के दर्शन करना और वहाँ बैठ कर शंख, घंटी और मंत्रो के उच्चारण सुनना बहुत अच्छा लगता था। जो मुझे हमेशा आकर्षित करते थे, मेरा जीवन बहुत अच्छा था। वक़्त ऐसे ही बीतता गया मैं भी बड़ा होने लगा, हमारे घर के पास एक भगवान शिव जी का मंदिर था।
जहाँ माँ हमेशा सावन सोमवार और महाशिवरात्रि में पूजा करने जाती थी और उनके साथ मैं भी जाया करता था। मंदिर में काफी संख्या में लोग आते थे भगवान शिव जी के दर्शन और पूजा करने। उस मंदिर में बजने वाले भक्ति गीत और वहां का शुद्ध वातावरण से मुझे आनंद की अनुभूति प्राप्त होता था। New Motivational Story In Hindi For Success
योग से जीवन में बदलाव
वक़्त गुजरता गया एक दिन हमारे स्कूल में बाहर से कुछ योगा टीचर अपने कुछ सहयोगी के साथ आए। क्योंकि वह तब का दौर था जब बाबा रामदेव और उनके योग विद्या और उसके अच्छे परिणामो की चर्चा पुरे भारत में था। मैं भी 7 दिन के लिए योगा क्लास ज्वाइन कर लिया, जिसका मुझे आश्चर्यजनक रूप से फायदा हुआ।
मैंने महसूस किया की मेरे बुद्धि का स्तर पहले से बढ़ चूका था मेरे याद करने की क्षमता भी बढ़ चूका था। मेरे अंदर कुछ बदलाव एक साथ आने लगा था, शायद यह बदलाव आध्यात्मिक और योग का सामंजस्य ही था जो मेरे जीवन स्तर को बहुत ऊंचा उठा रहा था।
पर मुझे इस बात का बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था की आगे मेरे साथ कुछ ऐसा होने वाला हैं जिसकी मैं कल्पना भी नहीं कर सकता था। मुझे योगा करना अच्छा लगने लगा क्योंकि योगा से मेरे अंदर बहुत अच्छे बदलाव आ रहे थे।
मैंने यह महसूस किया की मेरा एकाग्र करने के क्षमता बहुत बढ़ गया था। जिसकी वजह से मुझे धीमी से धीमी आवाज़ को सुनने की भी एक अजीब शक्ति महसूस होने लगा था। जो मैंने पहले कभी महसूस नहीं किया था।
सिक्स सेंस का जागना
जब मैं 11th क्लास में था तो मुझे बिल्कुल कुछ अलग सा एहसास होने लगा जो सच में अद्बुध और अविश्वश्नीय था। जब चीज़ो का एहसास मुझे पहले से होने लगता था। जब भी मेरे मन में कोई बात या घटना के बारे में अचानक से आता था या बड़ी शिद्दत से मन ही मन कुछ मांगता था वह आश्चर्यजनक रूप से पूरा हो जाया करता था।
मुझे होने वाली घटना का पूर्वाभास कभी – कभी होने लगता था। या ये कहे मैं जो भी मन में अचानक से सोचा करता था की काश ऐसा होता तो वह आश्चर्यजनक से पूरा हो जाता था। पर यह सब बातें मेरे मन में हमेशा अचानक से आता था। यह सब कभी भी मैंने सुनियोजित रूप से नहीं सोचा और कभी सुनियोजित रूप से सोचता था तो वह कभी भी पूरा नहीं होता था।
मेरे जीवन में भविष्य की बात को बताना फिर वह पूरा होना होने की कई घटना हुआ था। पर जो सबसे ज्यादा बुरा था वह हैं किसी की मृत्यु की भविष्वाणी करना वो भी एक नहीं बल्कि 3 लोग। उसी प्रकार सबसे अच्छी घटना था वह हैं भारत का 2007 और 2011 में वर्ड कप जितना।Best School Love Story In Hindi
भगवान के होने का एहसास
मेरे जीवन में ऐसी कई घटना हुआ हैं जिससे मुझे यह एहसास हुआ हैं की कोई तो हैं जो मेरी सुरक्षा कर रहा हैं मेरी मदद कर रहा जिसे मैं देख नहीं पा रहा हूँ। आपको मैं ऐसी ही कुछ घटना के बारे में बताने वाला हूँ।
घटना नंबर 1
जब मैं छोटा था तो मैं शाम को करीब 7 : 30 बजे हमारे पास वाले मैदान में खेल रहा था जो पूरा अँधेरा हो चूका था। हम 4 दोस्त ही थे ग्राउंड में नीचे क्या हैं कुछ भी दिखाई नहीं दें रहा था। पर फिर भी हम दौड़ – दौड़ कर खेल रहे थे क्योंकि हमे पता था मैदान में कोई खड्डे नहीं हैं तो गिरने का कोई सवाल ही नहीं था।
तभी मेरे मन में अचानक से ख्याल आया की ऐसे अंधरे में खेलना सही नहीं नीचे साँफ बिच्छू कुछ भी हो सकता हैं। इतना सोचते ही मैंने चलते – चलते अपने एक कदम जो हवा में ही थे अपने कदम वापस पीछे खींच लिया।
फिर अचानक से एक बाइक का हल्का सा लाइट पड़ा, तो मैंने देखा अगले ही दो कदम में एक बड़ा सा भूरा धब्बेदार साफ़ चलता हुआ आ रहा था। मेरे रोंगटे खड़े हो गए मैं चिल्लाते हुए सीधे घर की ओर भागा, सच में वह दृश्य बहुत डरावना था। पर अचानक से आगे होने वाली घटना का पूर्वाभास होना मेरे समझ से परे था।
घटना नंबर 2
जब मैं करीब 10 साल का था तो अपने दोस्त या बड़ो की देखा देखी में मुझे कभी – कभी लिफ्ट लेकर स्कूल से घर आने का आदत था, जब मैं अकेला स्कूल से घर आता था। हमारा स्कूल घर से 4 किलोमीटर दूर था, एक दिन की बात हैं मैं स्कूल से अकेला घर वापस आ रहा था जब मैं घर से करीब 1 किलोमीटर दूर था।
तभी एक ऑटो वाला आया और मुझसे कहा ऑटो में बैठ जाओ मैं तुम्हे घर छोड़ दूँगा। वैसे तो मेरा आदत था लिप्ट लेने का पर उस दिन पता नहीं क्या मन किया हुआ मेरे मुँह से निकला और ऑटो वाले को कह दिया मेरा घर तो बस पास ही हैं मैं पैदल चला जाऊंगा।
मैं ऑटो में नहीं बैठा कुछ महीने बाद पता चला की हमारे ही स्कूल के 2 लड़को को बच्चा पकड़ने वाला गैंग ने उठा कर ले गया। उस घटना को मैं सोच कर ही कांप जाता हूँ और भगवान का शुक्रिया करता हूँ की मैं बच गया। क्योंकि बच्चो को पकड़ कर ले जाने के बाद उसके साथ क्या होता हैं ये आप भी अच्छे से जानते हैं।
घटना नंबर 3
बात तब की हैं जब मैं अपने घर से 36 किलोमीटर दूर ट्रेन से कॉलेज (सचदेवा कॉलेज) कोचिंग के लिए जाया करता था। वैसे तो हर रोज हमारी क्लास 6 बजे तक हो जाया करता था, पर एक दिन एक्स्ट्रा क्लास की वजह से हमारी छुट्टी रात 8 बजे हुआ।
मैं जल्दी कॉलेज से निकल कर ट्रेन पकड़ने के लिए निकल गया। पर उस दिन मुझे मुख्य रेलवे स्टेशन जाना था, जो हमारे कॉलज से 5 किलोमीटर दूर था। पर उस दिन मुझे ये नहीं पता था की जिस रास्ते से मैं स्टेशन जा रहा हूँ उस रास्ते पर ऑटो रात को ज्यादा नहीं चलते।
मैं ऑटो को देखते – देखते पैदल चलता रहा पर करीब 600 मीटर तक पैदल चलने पर भी ऑटो नहीं मिला। रास्ता धीरे – धीरे सुनसान होता जा रहा था एवं घोर अँधेरा था। उस रास्ते पर चलते हुए मैं थोड़ा डर रहा था, एक तो सुनसान अँधेरा रास्ता और मैं अकेला दूसरा मुझे 20 मिनट में 5 किलोमीटर दूर स्टेशन पहुँचना था, क्योंकि अगली ट्रेन 11:10 को था।
उस दिन में आँख बंद करके भगवन से प्रार्थना करने लगा की हे भगवान प्लीज़ जल्दी से ऑटो आ जाए ताकि मैं समय पर स्टेशन पहुँच जाऊ। आप को सुन कर हैरानी होगा की मेरे बोलने के 1 मिनट अंदर ही एक ऑटो वाला आया और मुझसे पूछता हैं की बेटा कहा जाना हैं।
उस ऑटो में मेरे ही कॉलेज के 2 लड़के और 2 अन्य आदमी बैठे थे। मैं तुरंत ही कहा मुझे स्टेशन जाना हैं और ऑटो में बैठ गया और सही सलामत सही टाइम पर स्टेशन पहुँच गया और मुझे ट्रैन भी मिल गया। उस दिन तो मैं इस बात पर ज्यादा गौर नहीं किया की उस दिन क्या हुआ और कैसे हुआ।
क्योंकि उस दिन मैं ऑटो मिलने की खुशी और समय पर ट्रैन मिल जाने को लेकर खुश था। पर आज जब उस घटना को सोचता हूँ मुझे ऐसा लगता हैं की कोई तो था जो मेरी दिल की बात को पूरी कर दिया। वो भी सामने से आकर मुझसे पूछा जो मैं चाहता था यह बहुत ही आश्चर्य जनक था।
अगर मैं खुद ऑटो को रोकता तो मैं समझ सकता था की यह एक इत्तेफाक होगा। पर मेरे दिल की बात इतनी जल्दी पूरी होना एवं खुद से आकर बोलना कहा जाना हैं बेटा यह बहुत ही आश्चर्य जनक था।
यह घटना बताना इसलिए भी जरुरी था क्योंकि मेरा कॉलेज पूरा होने के 1 साल बाद पता चला की मैं जिस रास्ते से जा रहा था उसी रास्ते में 500 मीटर आगे एक हॉस्पिटल था। उसी से थोड़ी दूर एक चौक था जहा रात के 12 से 2 बजे कुछ अजीब घटना होती थी जैसे किसी अदृश्य महिला का दिखाई देना। बाइक का उस रास्ते पर जाने से अचानक गिर जाना आदि।
भगवान को लेकर मेरी सोच
Kya Bhagwan Hote Hai भगवान को आप देख तो नहीं सकते पर महसूस जरूर कर सकते हो। जहाँ तक मेरी समझ हैं भगवान को पाने या उसे महसूस करने की अपनी एक क्रिया पद्धति होती हैं। उसे फॉलो करने पर ही आपको भगवान के होने का एहसास होता हैं। आज से करीब हज़ारो साल पहले हमारे पास कई सारे ऋषि मुनि व गुरु मौजूद थे।
जो इंसान को भगवान तक पहुँचने का मार्ग दिखाते थे और कई मनुष्यो ने इसे हासिल भी किया हैं जैसे भगवान महावीर, गौतम बुद्ध आदि। जिन्होंने अपने गुरु की दीक्षा से और कई साल कठिन तपस्या के बाद एक दिव्य पुरुष कहलाए जिनके आज करोड़ो में मानने वाले हैं।
अगर आप भी आध्यात्मिक जीवन को पूरी लगन और अच्छे मन के साथ अपने जीवन में उतारते हैं। तो इसकी पूरी संभावना हैं की आपको भी किसी ऐसी शक्ति का एहसास जरूर होगा। जिससे आपको भी यह लगेगा की कोई तो हैं जो आपके साथ हैं आपकी सुरक्षा कर रहा हैं आपकी हर मुश्किल पल में आपकी मदद करता हैं आपको सही रास्ता दिखाता हैं।
आपकी क्या राय हैं
Kya Bhagwan Hote Hai आपका भगवान को लेकर क्या मानना हैं Kya Bhagwan Hote Hai या नहीं इस बारे में आप अपनी राय हमें जरूर बताए। साथ ही आप ऊपर बताए घटना के बारे में भी कुछ जरूर कहे की क्या यह सारी घटना बस एक इत्तेफाक था या कुछ और जो इंसानी समझ से परे हो।
आशा करता हूँ की आपको हमारी यह कहानी Kya Bhagwan Hote Hai Story In Hindi, भगवान होने के सबूत अच्छा लगा होगा। आपको यह कैसा लगा नीचे कमेंट में जरूर बताये।
साथ ही आप इस कहानी Kya Bhagwan Hote Hai Hindi स्टोरी को दोस्तों और सोशल मीडिया में भी शेयर जरूर करें। हमारे साथ जुड़ने और सीधे सवाल करने के लिए आप हमारे इंस्टाग्राम को भी फॉलो कर सकते हैं।
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